क्या आप जानते हैं कि Easter का त्योहार का महत्व क्या है? यह प्राचीन परंपरा के रूप में विकसित हुआ है और ह्रदय को छूने वाले रूप में मान्यता प्राप्त किया है। इस लेख में, हम ईस्टर के महत्व और इसे मनाने के पीछे छिपी कहानी को जानेंगे। आइए जानते हैं कि ईस्टर का त्योहार क्यों एक नंबर 1 त्योहार माना जाता है।
Easter एक प्रमुख ईसाई त्योहार है जो यीशु मसीह के पुनरुत्थान का जश्न मनाता है, जो उनके क्रूसीकरण के तीसरे दिन हुआ था। यह त्योहार ईसाई धर्म में बहुत महत्व रखता है क्योंकि यह यीशु के जीवन, मृत्यु और पुनरुत्थान की घटनाओं को याद करता है।
क्या आपको पता है ईस्टर त्योहार क्यों मनाया जाता है ? ईस्टर इसाई धर्म में सबसे महत्वपूर्ण दिन मन जाता है दोस्तों क्या आपको पता है, कि अखिर हर साल गुड फ्राइडे के बाद ही ईस्टर का त्यौहार क्यों मनाया जाता है ?
गुड फ्राइडे को ईसाई धर्म में बलिदान क दिवस के रूप में भी मनाया जाता है ऐसा कहा जाता है कि जिस दिन ईशा मसीह को क्रॉस पर चढ़ाया गया और उन्होंने अपने प्राण त्याग दिए थे वह दिन शुक्रवार था तथा उसके यह तीन दिन बाद ईशा मसीह जीवित हो गए थे वह दिन रविवार था
दरअसल हर साल गुड फ्राइडे के तीसरे दिन (थर्ड डे ) EASTER का पर्व मनाया जाता है,
गुड फ्राइडे ईसाई लोग मनाते है यह उनके लिए शोक का दिन होता है लेकिन उसी के विपरीत EASTER खुशी का पल होता है ऐसा माना जाता है कि गुड फ्राइडे के दिन ही ईशा मसीह को सूली पे चढ़ाया गया था,और उन्होंने ख़ुशी ख़ुशी मृत्यु को गले लगा लिया था
उसके बाद वो EASTER के दिन ही जीवित हुए थे
1 ईस्टर त्योहार क्यों मनाया जाता है ? और ईस्टर शब्द का अर्थ क्या है ?
पुरानी अंग्रेजी भाषा ईस्ट्रे थी और अभी की भाषा में ईस्टर के रूप में जारी है और प्रोटो जर्मेनिक ऑस्ट्रन से निकली है, जो स्वयं प्रोटो इंडो यूरोपीय मूल ऑस का वंशज है, जिसका अर्थ है ‘चमकना’ (आधुनिक अंग्रेजी पूर्व भी इसी मूल से निकला है
2 इसाई धर्म की स्थापना कैसे हुई ? और EASTER त्योहार क्यों मनाया जाता है ?
दोस्तो ऐसा कहा जाता है कि प्रभु ईशा मसीह के 12 शिष्य थे उनमें से एक प्रमुख शिष्य थे संत थॉमस जब केरल आए तो उन्हें वाह पर चार की स्थापना की साथ ही खुश दूसरे लोगों को भी इसाई धर्म अपने को मनाया
3 EASTER त्योहार क्यों मनाया जाता है ? पुरे 40 दिनों तक
दोस्तों ऐसा माना जाता है की वो (ईशा मसीह) लागातार 40 दिनों तक ज़िंदा रहे थे, और उसके पश्यत वो स्वर्ग चले गए थे तथा इसी दौरान प्रभु ईशा मसीह ने सभी शिष्यों को प्रेम व करुणा की शिक्षा दी थी, और उसी दिन से ईसाई धर्म के लोग 40 दिनों तक अपने अंदाज़ में ईस्टर का त्योवहार मानते है.
4 ईसाई धर्म के लोग चर्च में जाते है
इस त्योहार के उपलक्ष में सभी इसाई धर्म के लोग चर्च में भी जाते हैं, प्रार्थना करते हैं, सभी की सलामती की दुआ भी मांगते हैं, प्रभु येशु जी ने जो संदेश और प्रेम का पाठ पढ़ा था उसे वे लोग दोहराते हैं और अपने जीवन में अपनाते हैं
aapne kya samjha ?
Easter एक प्रमुख ईसाई त्योहार है जो यीशु मसीह के पुनरुत्थान का जश्न मनाता है, जो उनके क्रूसीकरण के तीसरे दिन हुआ था। यह त्योहार ईसाई धर्म में बहुत महत्व रखता है क्योंकि यह यीशु के जीवन, मृत्यु और पुनरुत्थान की घटनाओं को याद करता है।
Aapka lekh achha hai